जब भी लोगो की भरी महफ़िल में हम जाते है ,सभी होते है पास हमारे , पर हम तनहा रह जाते है ,और अपनी उस तन्हाई में , तुझे अपने ओर करीब पाते है . .फिर भी तेरे करीब होने की हर उम्मीद तोड़ते हैऔर फिर घर लौट जाते है !!वीरानिया कुछ ऐसी बढ़ जाती है , जिन्दगी में मेरीइसलिए ही , तेरे साथ होने का वादा खुद से निभाते है . .वक्त के हर पहलु से पूछते है , कैसे भुलाऊ तुझे मेरे हमराहीऔर खुद ही तेरी जुदाई के गम में सुबक के रह जाते है . .पर तुम फिकर न करना मेरे आंसुओ की कभी हम तो नम आँखों से भी हर लम्हा मुस्कराते है !!!