शब्दों के इस जाल से ,एक शब्द निकला है
तुमने हमारी जुबान का हर शब्द संभाला है । ।
हर वक्त याद रहती है मेरे दिल में तुम्हारी
तुमने मुझे जीवन भर इस तरह से पाला है । ।
अनदेखी में भी नज़रंदाज़ न किया तुमने मुझे
हर दुःख से तुमने मुझे इस तरह उबारा है । ।
होती है मन मैं ख़ुशी मेरे तब-तब
जब -जब मैंने होंठो से तेरा नाम पुकारा है । ।
दिल में तेरी तस्वीर को ऐसे पाल रखा है मैंने
जैसे मेरा जीने का एक तुही सहारा है । ।
तन्हाई में आती है तेरी याद चलकर ऐसे
जैसे दुनिया की इस भीड़ में एक तू ही किनारा है । ।
सुबह की पहली किरण से आया तेरा ख्याल ऐसे
जैसे तुझ बिन जिब्दगी में कुछ भी ना मेरा है । ।
चाहूँ के , तू सदा रहे मेरे साथ मेरी परछाई बन कर
और मैं पालू तुझे अपने हिरदय में ऐसे
जैसे तेरे बिन मेरा जीना , एक पल भी न गंवारा है । ।
by : vibha sharma
2 comments:
shabdo ke is jaal se ek shabd nikala hein
shabdo or bhavnao ke sangam se tumne samunder bna dala hein
very good
fabulous dear nice thoughts takcare of urself...!!
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