डर लगा अचानक ,जिन्दगी की हर ख़ुशी के अन्त होने का ..
झरने की तरह बहे आंसू , तेरे जाने के बाद . . . .
तुझे कैसे मालूम पड़े , सर्दियों के उन धुंद भरे दिनों में भी ,
सुलगती चिता सी जली हूँ मैं , तेरे जाने के बाद . . . .
साथ न मिला कोई तो , बेजान सी मैं , लिपट कर एक पेड़ से,
क्या मालूम तुझे कितना रोई मैं , तेरे जाने के बाद . . . .
हर चांदनी रात के आगोश में ,नजरें देखती रही उस चाँद को,
तुझे क्या एहसास ,ऐसी ही कितनी रातें निकाली मैंने , तेरे जाने के बाद . . . .
अपनी हर ख़ुशी की आहुति दे डाली मैंने ,
हर वक्त रहते थे पानी के सैलाब आँखों में मेरे ,
यह यकीन था के नहीं लौटेगा तू ,
फिर भी अपनी हर दुआ में ,तेरी ही सलामती की दुआ करी ,तेरे जाने के बाद . . . .
2 comments:
always with u forever so dont leave me alone....!!!
truely ,a master piece work ...
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