Popular Posts

Monday, February 15, 2010




मेरा तो जो भी क़दम है
वो तेरी राह में है
के तू कहीं भी रहे
तू मेरी निगाह में है!!

खरा है दर्द का रीशता
तो फिर जुदाई क्या
जुदा तो होते हैं वो
खोट जिनकी चाह में है !!

छुपा हुआ सा मुझी में
है तू कहीं ऐ दोस्त
मेरी हँसी में नहीं है
तो मेरी आह में है !!!

1 comment:

Unknown said...

hmm...yeh to purane wala hai. maine padh rakha hai isse